‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ पर चर्चा ने खींचा देश का ध्यान
Published on: August 12, 2025
By: [BTNI]
Location: Lucknow, India
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन आज पूरे देश की नजरों में है, क्योंकि आज सदन में ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ के विजन और 2047 विजन डॉक्यूमेंट पर विशेष चर्चा हो रही है। यह सत्र न केवल उत्तर प्रदेश की जनता, बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह देश के सबसे बड़े राज्य की विकास यात्रा और भविष्य की योजनाओं को रेखांकित कर रहा है।
सुबह 11 बजे शुरू होने वाली विधानसभा की कार्यवाही 24 घंटे तक चलेगी, जिसमें 17 से 18 घंटे की नॉन-स्टॉप चर्चा होगी। इस दौरान सरकार अपने विकास के विजन को पेश करेगी, जिसमें विभागवार उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर जोर दिया जाएगा। विधानसभा में 28 और विधान परिषद में 18 मंत्री इस चर्चा में हिस्सा लेंगे, जो उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित भारत के सपने के साथ जोड़ने की दिशा में एक ठोस कदम है।
राष्ट्रीय स्तर पर उत्साह और जिज्ञासा
यह सत्र देश भर में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि उत्तर प्रदेश, भारत की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य होने के नाते, देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ विजन डॉक्यूमेंट पर होने वाली 24 घंटे की मैराथन चर्चा को लेकर जनता में उत्साह है। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि यह विजन कैसे उनके जीवन को बेहतर बनाएगा, खासकर शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में। सोशल मीडिया और समाचारों में इस चर्चा ने व्यापक ध्यान खींचा है, जहां लोग इसे भारत के विकास के लिए एक मॉडल के रूप में देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी का संबोधन कल
कल सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन होगा, जिसमें वे सरकार की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को विस्तार से रखेंगे। यह संबोधन न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह विकास के रोडमैप को और स्पष्ट करेगा।
Also read- https://www.btnewsindia.com/उत्तर-प्रदेश-मे-ड्रोन-उड़/ https://www.btnewsindia.com/यूपी-पुलिस-की-तारीफे-काबि/
विपक्ष की भूमिका और जनहित के मुद्दे
विपक्ष ने भी इस सत्र में सक्रिय भागीदारी का वादा किया है। समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस जैसे विपक्षी दल बाढ़, कानून-व्यवस्था, और सरकारी स्कूलों के विलय जैसे मुद्दों को उठाने की योजना बना रहे हैं। सपा विधायक अतुल प्रधान के ‘हमें चाहिए पाठशाला, नहीं चाहिए मधुशाला’ जैसे नारों ने जनता का ध्यान खींचा है। विपक्ष का कहना है कि विजन डॉक्यूमेंट में सभी 403 विधायकों के सुझावों को शामिल करना चाहिए ताकि यह वास्तव में समावेशी हो।
जनता में बढ़ती जागरूकता
उत्तर प्रदेश की जनता के साथ-साथ देश भर के लोग इस सत्र को लेकर उत्साहित हैं। सोशल मीडिया पर #UPMonsoonSession और #Vision2047 जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जो दर्शाता है कि लोग इस चर्चा को गंभीरता से ले रहे हैं। खासकर युवा, किसान, और महिलाएं यह जानना चाहती हैं कि यह विजन डॉक्यूमेंट उनके लिए क्या लेकर आएगा।
महत्वपूर्ण अध्यादेश और विधेयक
इस सत्र में कई महत्वपूर्ण अध्यादेश भी पेश किए जाएंगे, जिनमें बांके बिहारी मंदिर न्यास अध्यादेश, उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (संशोधन) अध्यादेश, और उत्तर प्रदेश माल और सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश शामिल हैं। ये कदम उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक और आर्थिक ढांचे को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
विशेष उल्लेखनीय कि यूपी विधानसभा का यह मानसून सत्र न केवल राज्य के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ का विजन और 24 घंटे की मैराथन चर्चा न केवल नीतिगत दृष्टिकोण को मजबूत करेगी, बल्कि जनता में विकास के प्रति आशा और विश्वास भी जगाएगी। पूरे देश की निगाहें इस सत्र पर टिकी हैं, और यह देखना रोमांचक होगा कि यह चर्चा उत्तर प्रदेश और भारत के भविष्य को कैसे आकार देती है।