महापौर मधुसूदन यादव ने तीसरे कार्यकाल के पहले बजट सत्र में पेश किया विकासोन्मुख बजट
Published on: May 02, 2025
By: BTI
Location: Rajnandgaon, India
राजनांदगांव नगर निगम के नव निर्वाचित परिषद का प्रथम बजट सत्र महापौर मधुसूदन यादव की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जिसमें वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया गया। इस बजट की सबसे खास बात यह रही कि नागरिकों पर कोई नया कर नहीं लगाया गया है, फिर भी शहर के समग्र विकास को प्राथमिकता दी गई है।

महापौर ने बताया कि यह बजट शहर को एक आधुनिक, समृद्ध और व्यवस्थित नगर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रस्तावित आय ₹646.23 करोड़ और व्यय ₹696.70 करोड़ है। प्रारंभिक अवशेष ₹50.24 करोड़ जोड़कर कुल ₹696.47 करोड़ की राशि अनुमानित है, जिससे ₹22.95 लाख का संभावित घाटा दर्शाया गया है।
प्रमुख योजनाएं और बजट आवंटन:
- नालंदा परिसर निर्माण (शिक्षा हेतु): ₹1142.84 लाख
- प्रधानमंत्री आवास योजना (फेस-2): ₹4573 लाख
- अमृत मिशन फेस-2 (जल शुद्धिकरण): ₹3700 लाख
- 2000 सीटर ऑडिटोरियम निर्माण: ₹900 लाख
- गौरव पथ निर्माण: ₹1000 लाख
- तालाब सौंदर्यीकरण (मरीन ड्राइव तर्ज पर): ₹200 लाख (पीपीपी मॉडल)
- पेयजल विस्तार: ₹240 लाख
- थोक बाजार एवं शॉपिंग कॉम्पलेक्स: ₹7942.50 लाख
- नाला, नाली, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं: ₹7624 लाख
- शिवनाथ नदी उन्नयन: ₹5000 लाख
महापौर का संदेश:
महापौर मधुसूदन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि इस बजट के जरिए जनता की बुनियादी आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने सभी पार्षदों, नगर निगम अधिकारियों, नागरिकों और मीडिया से विकास में सहभागी बनने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि “हम नहीं चाहते कि हर आवश्यकता के लिए निगम को राज्य सरकार के सामने हाथ फैलाना पड़े। निगम के पास खुद के संसाधनों से राजस्व जुटाने की पर्याप्त क्षमता है, जिसे बेहतर प्रबंधन से उपयोग किया जाएगा।”
महापौर का अनुभव और दृष्टिकोण:
मधुसूदन यादव का यह तीसरा कार्यकाल है। उन्होंने पूर्व में पार्षद, विपक्ष के नेता और चेयरमैन के रूप में भी सेवाएं दी हैं। 25 वर्षों से निगम की राजनीति से जुड़े हुए यादव को छत्तीसगढ़ का सबसे अनुभवी महापौर माना जाता है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वर्षों से लंबित निर्माण व मेंटेनेंस कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी और आय के स्रोतों का अधिकतम उपयोग किया जाएगा।
निष्कर्ष:
राजनांदगांव नगर निगम का यह बजट जहां एक ओर सतत विकास की दिशा में मजबूत कदम है, वहीं दूसरी ओर यह बिना अतिरिक्त कर लगाए नागरिकों को सुविधाएं प्रदान करने का एक आदर्श उदाहरण भी है। महापौर यादव के नेतृत्व में नगर निगम विकास की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर दिख रहा है।