अहमदाबाद में रहने वाली पाकिस्तानी मूल की महिला ने इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हस्तनिर्मित राखी तैयार की, अनूठी परंपरा को रखा बरकरार
Published on: August 06, 2025
By: [BTNI]
Location: Ahmedabad, India
रक्षाबंधन के पावन पर्व के नजदीक आते ही अहमदाबाद में रहने वाली पाकिस्तानी मूल की क़मर मोहसिन शेख ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खास हस्तनिर्मित राखी तैयार की है। करीब 30 सालों से चली आ रही इस अनूठी परंपरा के तहत क़मर हर साल अपने हाथों से कई राखियां बनाती हैं और उनमें से एक विशेष राखी चुनकर पीएम मोदी की कलाई पर बांधती हैं। इस बार उन्होंने प्रधानमंत्री के लिए पवित्र ‘ॐ’ प्रतीक से सजा एक खास राखी डिज़ाइन किया है, जो उनकी भक्ति और सम्मान का प्रतीक है।
30 सालों की भावनात्मक परंपरा
क़मर मोहसिन शेख, जो मूल रूप से पाकिस्तान से हैं और अब अहमदाबाद में अपने परिवार के साथ रहती हैं, ने 1990 के दशक में नरेंद्र मोदी के लिए राखी बांधने की शुरुआत की थी, जब वह गुजरात में एक सक्रिय राजनेता के रूप में उभर रहे थे। तब से यह परंपरा हर साल रक्षाबंधन पर अनवरत जारी है।
क़मर के लिए यह न केवल एक भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है, बल्कि देश के प्रति उनकी निष्ठा और प्रधानमंत्री के नेतृत्व के प्रति सम्मान का भी प्रतीक है। क़मर ने बताया, “मैं हर साल कई राखियां बनाती हूं और उनमें से सबसे खास राखी को चुनकर माननीय प्रधानमंत्री को बांधती हूं। इस बार मैंने ‘ॐ’ प्रतीक वाला राखी बनाया है, जो मेरे लिए बहुत पवित्र और विशेष है। मेरी कामना है कि वह हमेशा स्वस्थ रहें और देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।”
हस्तनिर्मित राखी में स्नेह और कला का संगम
क़मर की बनाई राखियां उनकी कारीगरी और स्नेह का अनूठा संगम हैं। वह हर राखी को बड़े ध्यान और प्रेम से डिज़ाइन करती हैं, जिसमें पारंपरिक और आधुनिक तत्वों का समावेश होता है। इस साल का ‘ॐ’ प्रतीक वाला राखी न केवल उनकी धार्मिक भावनाओं को दर्शाता है, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी उजागर करता है। क़मर ने कहा, “मेरे लिए राखी बनाना सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि मेरे मन की भावनाओं को व्यक्त करने का एक तरीका है।
मैं चाहती हूं कि मेरी राखी उनके लिए सौभाग्य और सुरक्षा का प्रतीक बने।”प्रधानमंत्री के साथ विशेष रिश्ता
क़मर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच यह रिश्ता रक्षाबंधन के पर्व को एक विशेष आयाम देता है। कई बार पीएम मोदी ने भी इस परंपरा की सराहना की है और क़मर के इस स्नेह को स्वीकार करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है। यह परंपरा न केवल व्यक्तिगत स्तर पर एक भावनात्मक बंधन को दर्शाती है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता और समावेशिता का भी प्रतीक है। एक पाकिस्तानी मूल की महिला का भारत के प्रधानमंत्री के लिए राखी बांधना देश में सामाजिक सौहार्द और भाईचारे का एक जीवंत उदाहरण है।
स्थानीय समुदाय में उत्साह
अहमदाबाद के स्थानीय समुदाय में क़मर की इस परंपरा को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। उनके पड़ोसी और दोस्त इस अनूठी परंपरा की सराहना करते हैं और इसे एक प्रेरणादायक कहानी मानते हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “क़मर दीदी की यह परंपरा हमें दिखाती है कि प्यार और सम्मान की कोई सीमा नहीं होती। वह हर साल इस राखी के साथ देश के लिए अपनी भावनाएं व्यक्त करती हैं।
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“रक्षाबंधन का संदेश
रक्षाबंधन का यह पर्व भाई-बहन के अटूट रिश्ते को मजबूत करने का अवसर है, और क़मर मोहसिन शेख की यह परंपरा इस भावना को और गहरा करती है। उनकी कहानी न केवल व्यक्तिगत समर्पण की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे एक साधारण राखी देश की सबसे ऊंची शख्सियत के साथ एक भावनात्मक रिश्ता जोड़ सकती है। इस रक्षाबंधन पर, क़मर मोहसिन शेख की यह खास राखी एक बार फिर अहमदाबाद से दिल्ली तक स्नेह, विश्वास और एकता का संदेश लेकर जाएगी। उनकी यह परंपरा न केवल उनके और प्रधानमंत्री के बीच के रिश्ते को मजबूत करती है, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी हुई है।