अहमदाबाद के चंडोला तालाब में अवैध निर्माण पर फिर चला बुलडोजर
8000 ढांचे ढहाये गए
Published on: May 22, 2025
By: BTI
Location: Ahemdabad, India
गुजरात के अहमदाबाद में चंडोला तालाब क्षेत्र में अवैध निर्माण और बांग्लादेशी घुसपैठियों के ठिकानों के खिलाफ प्रशासन ने एक बार फिर सख्त कार्रवाई शुरू की है। मंगलवार, 20 मई से शुरू हुए इस डिमोलिशन अभियान के दूसरे चरण में 8000 से अधिक अवैध ढांचों को ध्वस्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्रवाई में 3000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ 50 से ज्यादा बुलडोजर, 150 डंपर और अन्य भारी मशीनें लगाई गई हैं। यह अभियान तीन दिनों तक चलेगा और इसके तहत 2.5 लाख वर्ग मीटर सरकारी जमीन को खाली कराने का लक्ष्य है।
अवैध बांग्लादेशी नागरिकों का ठिकाना बना चंडोला तालाब
पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया कि चंडोला तालाब क्षेत्र लंबे समय से अवैध बांग्लादेशी नागरिकों का अड्डा बन चुका था। हाल के महीनों में शहर में 250 अवैध बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए, जिनमें से 207 इसी क्षेत्र के थे। ये लोग गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त थे और सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर रहे थे। इससे पहले 2009 में भी इस क्षेत्र में 95 अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा गया था और डिमोलिशन की कार्रवाई की गई थी।
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पहले चरण में 4000 ढांचे तोड़े गए
अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) ने पहले चरण में, अप्रैल 2025 में, लगभग 4000 अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया था, जिससे 1.5 लाख वर्ग मीटर जमीन खाली हुई थी। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने सभी निर्माणों को अवैध करार देते हुए डिमोलिशन को मंजूरी दी थी। दूसरे चरण के लिए नगर निगम ने सर्वे किया, जिसमें 8000 अवैध निर्माण चिन्हित किए गए और इन्हें खाली करने के नोटिस जारी किए गए थे।
वैकल्पिक आवास की व्यवस्था
नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि 2010 से पहले इस क्षेत्र में रह रहे लोगों को वैकल्पिक आवास प्रदान किया जाएगा। इसके लिए सभी जरूरी फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं, और पात्र लोगों को जल्द ही नई जगह आवंटित की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल अवैध निर्माण हटाना है, बल्कि तालाब के सौंदर्यीकरण और शहर की सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करना भी है।
सुरक्षा और निगरानी के कड़े इंतजाम
इस अभियान में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 3000 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ क्राइम ब्रांच, एसओजी, साइबर क्राइम और 25 एसआरपी कंपनियों को तैनात किया गया है। ड्रोन और निगरानी कैमरों के जरिए पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि खाली हुई जमीन पर दोबारा अवैध कब्जा न हो, इसके लिए नियमित गश्त और निगरानी की जाएगी।
स्थानीय लोगों की उम्मीदें
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का कहना है कि अवैध कब्जों के कारण तालाब का पानी और आसपास का सौंदर्य बिगड़ गया था। वे उम्मीद जता रहे हैं कि इस कार्रवाई के बाद तालाब का नवीनीकरण होगा और यह क्षेत्र फिर से परिवारों के लिए सैर-सपाटे की जगह बन सकेगा। नगर निगम ने अगले कुछ हफ्तों में तालाब के नवीनीकरण का काम शुरू करने की योजना बनाई है।
पहलगाम हमले के बाद बढ़ी सख्ती
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद गुजरात पुलिस ने अवैध शरणार्थियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस ने सूरत और अहमदाबाद से 1000 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है, जिनमें से 200 से अधिक को डिपोर्ट किया जा चुका है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और अवैध अतिक्रमण को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
चंडोला तालाब क्षेत्र में चल रही इस कार्रवाई को शहर में अवैध निर्माण और घुसपैठ के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि यह अभियान शहर की सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित करने और चंडोला तालाब को फिर से हरा-भरा बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।