Published on: May 08, 2025
By: BTI
Location: Nasik, India
महाराष्ट्र के नासिक जिले के छोटे से गांव सिन्नर ने हाल ही में एक अनोखा इतिहास रचा, जब गांव में पहली बार पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त शादी का आयोजन किया गया। इस पहल ने न केवल गांव में बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना लिया है। खास बात यह रही कि इस अनूठे आयोजन के लिए राज्य सरकार ने दूल्हा-दुल्हन को ‘ग्रीन एम्बेसडर’ सम्मान से नवाजा है।
दूल्हा राहुल पाटिल और दुल्हन संगीता देशमुख ने अपनी शादी में डिस्पोजेबल प्लेट्स, प्लास्टिक गिलास और पानी की बोतलों की जगह मिट्टी के कुल्हड़, पत्तलों और स्टील के गिलासों का इस्तेमाल किया। शादी में करीब 1500 मेहमान शामिल हुए, लेकिन कार्यक्रम के बाद मात्र 2 किलो कचरा इकट्ठा हुआ — और वह भी पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल।
राहुल पाटिल ने कहा, “हमने सोचा कि शादी तो जिंदगी में एक बार होती है, क्यों न इसे पर्यावरण के नाम किया जाए? हमारे गांव के लोग भी हमारे इस फैसले में हमारे साथ खड़े रहे।”
इस शादी में इको-फ्रेंडली गिफ्टिंग को भी बढ़ावा दिया गया। मेहमानों से आग्रह किया गया कि वे पौधे या हस्तनिर्मित वस्तुएं गिफ्ट करें, प्लास्टिक पैकिंग न करें। शादी के पंडाल को सजाने में भी केवल कपड़े और फूलों का उपयोग हुआ, थर्माकोल और चमकदार प्लास्टिक की सजावट पूरी तरह से प्रतिबंधित रही।
राज्य पर्यावरण विभाग ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अब अन्य गांवों और शहरों में भी इस तरह की प्लास्टिक फ्री वेडिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। विभाग के अधिकारी नितिन देशमुख ने बताया, “यह शादी अब प्रेरणा बनेगी। आने वाले दिनों में राज्य भर में कम से कम 1000 शादियों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।”
सोशल मीडिया पर भी इस शादी की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं। लोग इसे ‘आदर्श शादी’ बता रहे हैं और दूल्हा-दुल्हन की तारीफ कर रहे हैं कि उन्होंने नये दौर में भी पर्यावरण को प्राथमिकता दी।