बोस्टन, डलास, सैन जोस सहित प्रमुख शहरों में नई सुविधाएं शुरू, भारतीय प्रवासियों को मिलेगी तेज और बेहतर काउंसलर सेवा
Published on: August 01, 2025
By: [BTNI]
Location: New Delhi, India
भारत ने अमेरिका में अपनी काउंसलर सेवाओं को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। भारत के अमेरिका में राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि अमेरिका के आठ प्रमुख शहरों—बोस्टन, कोलंबस, डलास, डेट्रॉयट, एडिसन, ऑरलैंडो, रैले और सैन जोस—में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास आवेदन केंद्र खोले गए हैं। इसके साथ ही, लॉस एंजिल्स में भी बहुत जल्द एक और आवेदन केंद्र शुरू किया जाएगा।
इन नए केंद्रों के उद्घाटन से अमेरिका में रहने वाले लाखों भारतीय प्रवासियों को वीजा, पासपोर्ट, ओसीआई (ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया) कार्ड, और अन्य काउंसलर सेवाओं तक आसान और त्वरित पहुंच मिलेगी। राजदूत क्वात्रा ने इस पहल को भारतीय समुदाय की जरूरतों को प्राथमिकता देने और भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा, “इन नए केंद्रों के साथ, हमारी काउंसलर सेवाओं की पहुंच और दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
हमारा लक्ष्य भारतीय समुदाय को समयबद्ध, पारदर्शी और सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करना है।”यह पहल खास तौर पर उन भारतीयों के लिए वरदान साबित होगी जो अमेरिका के विभिन्न हिस्सों में रहते हैं और पहले काउंसलर सेवाओं के लिए लंबी दूरी तय करते थे। उदाहरण के लिए, सैन जोस और डलास जैसे टेक्नोलॉजी हब में रहने वाले भारतीय पेशेवरों को अब स्थानीय स्तर पर ही सेवाएं मिल सकेंगी। इसी तरह, बोस्टन और रैले जैसे शैक्षणिक और अनुसंधान केंद्रों में रहने वाले भारतीय छात्रों और शोधकर्ताओं को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।
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क्वात्रा ने यह भी बताया कि लॉस एंजिल्स में प्रस्तावित केंद्र जल्द ही शुरू हो जाएगा, जिससे कैलिफोर्निया में रहने वाले भारतीयों को अतिरिक्त सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों के खुलने से न केवल प्रशासनिक प्रक्रियाएं सरल होंगी, बल्कि भारतीय समुदाय के लिए समय और संसाधनों की बचत भी होगी।ये नए केंद्र आधुनिक तकनीक और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ संचालित होंगे, जिससे आवेदन प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति सुनिश्चित होगी।
भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास इन केंद्रों के माध्यम से स्थानीय समुदाय के साथ और अधिक सक्रिय रूप से जुड़ने की योजना भी बना रहे हैं।यह कदम भारत सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें विदेश में रहने वाले भारतीयों की जरूरतों को प्राथमिकता दी जाती है। साथ ही, यह भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग का भी प्रतीक है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये केंद्र न केवल काउंसलर सेवाओं को बेहतर बनाएंगे, बल्कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को भी और गहरा करेंगे।
अमेरिका में भारतीय समुदाय ने इस घोषणा का गर्मजोशी से स्वागत किया है। कई भारतीय संगठनों और प्रवासियों ने इसे एक दूरदर्शी कदम बताते हुए भारत सरकार और दूतावास के प्रयासों की सराहना की है। जैसे-जैसे लॉस एंजिल्स में नया केंद्र शुरू होने की तारीख नजदीक आएगी, भारतीय समुदाय में उत्साह और बढ़ने की उम्मीद है।यह पहल न केवल भारतीय प्रवासियों के लिए सुविधा का प्रतीक है, बल्कि भारत की वैश्विक उपस्थिति और अपने नागरिकों के प्रति समर्पण को भी रेखांकित करती है।