चार वर्षीय ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन धारकों को मिलेगा दाखिला, दो वर्षीय बीएड कोर्स 2030 तक होगा समाप्त
Published on: July 27, 2025
By: BTNI
Location: New Delhi, India
शिक्षक बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने 10 साल बाद एक बार फिर एक वर्षीय बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड) कोर्स को शुरू करने की मंजूरी दे दी है। यह नया कोर्स शैक्षणिक सत्र 2026-27 से लागू होगा, जिससे अभ्यर्थियों को कम समय में शिक्षक बनने का मौका मिलेगा।
नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बदलाव
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की सिफारिशों के अनुसार, NCTE ने कुछ नई शर्तों के साथ एक वर्षीय बीएड कोर्स को पुनः शुरू करने का निर्णय लिया है। यह कोर्स 2014 में बंद कर दिया गया था, जब दो वर्षीय बीएड कोर्स को अनिवार्य किया गया था। अब, नए नियमों के तहत, एक वर्षीय बीएड कोर्स में केवल वे अभ्यर्थी दाखिला ले सकेंगे, जिनके पास चार वर्षीय स्नातक डिग्री या स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएशन) डिग्री होगी।

कौन ले सकेगा दाखिला?
NCTE के चेयरमैन प्रो. पंकज अरोड़ा के अनुसार, एक वर्षीय बीएड कोर्स में दाखिले के लिए अभ्यर्थियों को निम्नलिखित योग्यताएं पूरी करनी होंगी:
चार वर्षीय स्नातक डिग्री (जैसे बीए, बीएससी, बीकॉम आदि)।
स्नातकोत्तर डिग्री (पोस्ट ग्रेजुएशन)।
तीन वर्षीय स्नातक डिग्री धारकों को दो वर्षीय बीएड कोर्स करना होगा। इसके अलावा, एक वर्षीय मास्टर ऑफ एजुकेशन (एमएड) कोर्स में दाखिले के लिए भी चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड या दो वर्षीय बीएड डिग्री धारक ही योग्य होंगे।
दो वर्षीय बीएड कोर्स का भविष्य
NCTE ने यह भी घोषणा की है कि दो वर्षीय बीएड कोर्स को धीरे-धीरे समाप्त किया जाएगा। 2024 से इस कोर्स की मान्यता देना बंद कर दिया गया है, और 2030 तक इसे पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। इसकी जगह चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) और एक वर्षीय बीएड कोर्स पर जोर दिया जाएगा। ITEP वर्तमान में देश के 64 शिक्षण संस्थानों में संचालित हो रहा है, जिसमें बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, और बीकॉम-बीएड जैसे डुअल डिग्री प्रोग्राम शामिल हैं।
अभ्यर्थियों के लिए फायदे
एक वर्षीय बीएड कोर्स की शुरुआत से अभ्यर्थियों का समय और धन दोनों की बचत होगी। दो वर्षीय कोर्स की तुलना में यह कोर्स न केवल समय की दृष्टि से किफायती होगा, बल्कि फीस और अन्य खर्चों में भी कमी लाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव शिक्षक शिक्षा को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाएगा।
आवेदन प्रक्रिया और भविष्य की योजनाएं
NCTE जल्द ही एक वर्षीय बीएड कोर्स के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करेगा। अभ्यर्थियों को प्रवेश के लिए संबंधित विश्वविद्यालयों या संस्थानों की प्रवेश परीक्षा, जैसे यूपी बीएड जेईई, टीएस ईडीसीईटी, बिहार बीएड सीईटी आदि, में शामिल होना होगा। कुछ राज्यों में मेरिट आधारित दाखिला प्रक्रिया भी अपनाई जा सकती है।
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शिक्षा क्षेत्र में नए अवसर
NCTE के इस फैसले को शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। एक वर्षीय बीएड कोर्स के साथ-साथ ITEP में योगा एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन, संस्कृत, और परफॉर्मिंग आर्ट्स जैसे विशेष स्ट्रीम्स को भी जोड़ा जाएगा। इससे शिक्षक शिक्षा में विविधता आएगी और अभ्यर्थियों को अपनी रुचि के अनुसार कोर्स चुनने का अवसर मिलेगा।
यह बदलाव न केवल शिक्षक बनने की प्रक्रिया को सरल बनाएगा, बल्कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और नवाचार को बढ़ावा देगा। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए NCTE की आधिकारिक वेबसाइट और संबंधित विश्वविद्यालयों की सूचनाओं पर नजर रखें।