गृह मंत्री ने उठाए एनआईए जांच पर सवाल, बीजेपी ने बताया देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़
Published on: July 28, 2025
By: BTNI
Location: New Delhi, India
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के एक बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी, जिसे भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) का कृत्य बताया था। लेकिन चिदंबरम ने एक साक्षात्कार में दावा किया कि इस हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं है।
उन्होंने सवाल उठाया, “आतंकी कहां से आए? क्या उन्हें पकड़ा गया या उनकी पहचान हुई? आप क्यों मान लेते हैं कि वे पाकिस्तान से आए?” चिदंबरम ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि सरकार ने हमले के तीन महीने बाद भी आतंकियों की पहचान या उनकी उत्पत्ति के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की। उन्होंने यह भी संभावना जताई कि हमलावर ‘स्थानीय आतंकी’ हो सकते हैं और सरकार कुछ ‘सामरिक गलतियों’ को छिपा रही है।
उनके इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेताओं ने चिदंबरम पर पाकिस्तान को ‘क्लीन चिट’ देने और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “हर बार जब हमारे सुरक्षा बल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सामना करते हैं, कांग्रेस के नेता इस्लामाबाद के वकील की तरह व्यवहार करते हैं।”यह विवाद ऐसे समय में उभरा है जब संसद में पहलगाम हमले और इसके बाद शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर 16 घंटे की चर्चा होने वाली है।
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जांच एजेंसियों ने हमले में तीन पाकिस्तानी आतंकियों- आसिफ फौजी, सुलेमान शाह, और अबु तल्हा- और दो स्थानीय आतंकियों की संलिप्तता की पुष्टि की है, जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिला था। इसके बावजूद, चिदंबरम का बयान विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है। यह मामला न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है।