विश्व भर में उत्सव के साथ दलाई लामा ने दी करुणा और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने की प्रेरणा
Published on: July 7, 2025
By: [BTNI]
5 जुलाई 2025 को, तिब्बती धर्मगुरु और वैश्विक शांति के प्रतीक, दलाई लामा ने अपनी 90वीं जयंती के अवसर पर विश्व भर के शुभचिंतकों और तिब्बती समुदायों को करुणा, शांति और मानवीय मूल्यों को अपनाने का प्रेरणादायक संदेश दिया। इस विशेष अवसर पर, विभिन्न स्थानों पर उनके समर्थक और अनुयायी उत्सव मना रहे हैं, जिसमें करुणा, गर्मजोशी और परोपकारिता पर केंद्रित पहल शामिल हैं।
दलाई लामा ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए इसे विश्व को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।एक साधारण बौद्ध भिक्षु के रूप में अपनी पहचान को रेखांकित करते हुए, दलाई लामा ने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से जन्मदिन समारोहों में शामिल नहीं होते। हालांकि, अपने शुभचिंतकों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के लिए उन्होंने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “भौतिक विकास के लिए कार्य करना महत्वपूर्ण है, लेकिन मानसिक शांति प्राप्त करना और करुणामय हृदय विकसित करना और भी आवश्यक है। यह करुणा केवल अपने निकटजनों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि सभी के प्रति होनी चाहिए।
इससे विश्व को बेहतर बनाने में योगदान मिलेगा।”दलाई लामा ने अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराते हुए कहा कि वे मानवीय मूल्यों, धार्मिक सद्भाव, प्राचीन भारतीय ज्ञान, जो मन और भावनाओं की कार्यप्रणाली को समझाता है, और तिब्बती संस्कृति व विरासत को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि तिब्बती संस्कृति में मानसिक शांति और करुणा पर जोर विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।अपने दैनिक जीवन में, दलाई लामा बुद्ध और भारतीय गुरु शांतिदेव के शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने शांतिदेव की निम्नलिखित प्रेरणादायक प्रार्थना को उद्धृत किया:
“जब तक अंतरिक्ष बना रहे,
जब तक प्राणी बने रहें,
तब तक मैं भी बना रहूं,
और विश्व की पीड़ा को दूर करूं।”
दलाई लामा ने अपने जन्मदिन के अवसर पर शुभचिंतकों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों को मानसिक शांति और करुणा को बढ़ावा देने का अवसर बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने संदेश को ताशी देलेक (शुभकामनाएं) और प्रार्थनाओं के साथ समाप्त किया।
यह जयंती न केवल दलाई लामा के दीर्घ और प्रेरणादायक जीवन का उत्सव है, बल्कि उनके करुणा, शांति और मानवता के संदेश को विश्व भर में फैलाने का एक अवसर भी है। उनकी शिक्षाएं और प्रेरणा आज भी लाखों लोगों के लिए मार्गदर्शक बनी हुई हैं, जो विश्व को अधिक करुणामय और शांतिपूर्ण बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
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