कहा पंचायत से लेकर महानगर तक निकली है तिरंगा यात्रा
Published on: May 18, 2025
By: BTI
Location: Nagpur, India
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रविवार को नागपुर के खापरखेड़ा में आयोजित ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ में शामिल हुए। यह यात्रा भारतीय सशस्त्र सेनाओं और ऑपरेशन सिंदूर के सम्मान में आयोजित की गई थी। इस दौरान सीएम फडणवीस ने कहा कि तिरंगा यात्रा पंचायत से लेकर महानगर तक निकाली जा रही है, जो देश की एकता और सशस्त्र सेनाओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है।

सीएम ने अपने संबोधन में कहा, “पूरा देश आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और हमारी सेना के साथ मजबूती से खड़ा है। यह यात्रा हमारे जवानों के बलिदान और समर्पण को नमन करने का एक माध्यम है। तिरंगा हमारी शान है, और इसे हर गांव, हर शहर तक पहुंचाने का संकल्प हमारा है।”
खापरखेड़ा में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, युवा और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। यात्रा के दौरान तिरंगे के साथ रैली निकाली गई, जिसमें देशभक्ति के नारे और गीत गूंजते रहे। सीएम फडणवीस ने इस अवसर पर ऑपरेशन सिंदूर के शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की और कहा कि उनकी वीरता देश के लिए प्रेरणा है।
स्थानीय निवासियों ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बताया और सीएम के इस पहल की सराहना की। एक स्थानीय नागरिक रमेश ठाकरे ने कहा, “हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे खापरखेड़ा में तिरंगा यात्रा हुई और मुख्यमंत्री स्वयं इसमें शामिल हुए। यह हमारी सेना और देश के प्रति हमारी एकजुटता को दर्शाता है।”
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यह यात्रा नागपुर सहित महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को मजबूत करना और सशस्त्र सेनाओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना है।
कौन कौन थे सीएम के साथ
खापरखेड़ा, नागपुर में आयोजित ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ निम्नलिखित प्रमुख लोग शामिल थे:
चंद्रशेखर बावनकुले: महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के मंत्री।
बीजेपी कार्यकर्ता और नेता: बड़ी संख्या में बीजेपी के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता यात्रा में शामिल हुए।
स्थानीय नागरिक और युवा: खापरखेड़ा के स्थानीय लोग, विशेष रूप से युवा, इस आयोजन में उत्साहपूर्वक भाग लेते देखे गए।
इसके अतिरिक्त, यात्रा में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल थे, हालांकि उनके नाम स्पष्ट रूप से उल्लेखित नहीं हैं।
बावनकुले ने क्या कहा खापरखेड़ा, नागपुर में आयोजित ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ में महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अपने संबोधन में भारतीय सशस्त्र सेनाओं के प्रति सम्मान व्यक्त किया। हालांकि, उनके भाषण का विस्तृत विवरण उपलब्ध नहीं है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उन्होंने तिरंगा यात्रा को राष्ट्रीय एकता और सेना के बलिदान को समर्पित एक महत्वपूर्ण आयोजन बताया।
बावनकुले ने कहा कि यह यात्रा महाराष्ट्र के 1500 से अधिक स्थानों पर 16 से 20 मई तक आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य देशभक्ति की भावना को मजबूत करना और ऑपरेशन सिंदूर के शहीदों को श्रद्धांजलि देना है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह आयोजन नागपुर सहित पूरे राज्य में लोगों को एकजुट करने का एक प्रयास है।
नागपुर शहर में क्या प्रतिक्रिया रही
नागपुर शहर में ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ को लेकर लोगों में उत्साह और देशभक्ति की भावना देखी गई। 18 मई 2025 को खापरखेड़ा और सावनेर जैसे क्षेत्रों में आयोजित इस यात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हुए। यात्रा को भारतीय सशस्त्र सेनाओं और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के सम्मान में आयोजित किया गया था, जिसे लेकर लोगों ने गर्व और एकजुटता व्यक्त की।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: नागपुरवासियों ने इस आयोजन को ऐतिहासिक और प्रेरणादायक बताया। कई लोगों ने इसे सेना के बलिदान और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में देखा। सोशल मीडिया पर कुछ स्थानीय निवासियों ने यात्रा की तस्वीरें और वीडियो साझा करते हुए इसे “नागपुर की शान” और “देशभक्ति का उत्सव” करार दिया।
युवाओं का उत्साह: युवाओं ने तिरंगे के साथ रैली में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और देशभक्ति के नारे लगाए। खासकर सावनेर में आयोजित यात्रा में युवाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही।
सामाजिक संगठनों की भूमिका: विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी यात्रा में हिस्सा लिया और इसे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताया। कुछ संगठनों ने इसे नागपुर की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को दर्शाने वाला आयोजन करार दिया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इस यात्रा को व्यापक समर्थन दिया, इसे पीएम मोदी और सेना के प्रति जनता के समर्थन का प्रतीक बताया। हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) ने यात्रा को लेकर आलोचना की और इसे “राजनीतिक स्टंट” करार देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का बदला अभी अधूरा है।
हालांकि, कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में नागपुर में हाल के महीनों में हुई हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए यात्रा के आयोजन पर सवाल उठाए गए। कुछ लोगों ने इसे शांति और एकता के बजाय “तनाव बढ़ाने वाला” बताया, लेकिन ये प्रतिक्रियाएं सीमित थीं और मुख्य रूप से विपक्षी दलों से जुड़ी थीं।
कुल मिलाकर, नागपुर में तिरंगा यात्रा को लेकर अधिकांश प्रतिक्रियाएं सकारात्मक रहीं, और यह आयोजन शहर में देशभक्ति और एकता का संदेश देने में सफल रहा।