ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन, भड़का जनआक्रोश
Published on: May 23, 2025
By:BTI
Location: Haveri, India
हावेरी जिले में जनवरी 2024 के हनागल गैंगरेप मामले में सात आरोपियों को जमानत मिलने के बाद एक शर्मनाक घटना सामने आई है। जमानत पर रिहा होने के बाद इन आरोपियों ने 22 मई 2025 को अक्की अलूर कस्बे में कारों और बाइकों के काफिले के साथ विजय जुलूस निकाला। इस दौरान तेज म्यूजिक पर नाचते हुए और विजय चिह्न दिखाते हुए उन्होंने ट्रैफिक नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर फैल गई है।
मामले की पृष्ठभूमि
यह मामला जनवरी 2024 का है, जब एक 26 वर्षीय महिला ने सात लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। पीड़िता, जो अल्पसंख्यक समुदाय से है, अपने पुरुष मित्र के साथ हंगल के एक लॉज में रुकी थी। आरोप है कि 15-20 लोगों ने उनके कमरे में घुसकर उन पर हमला किया, मारपीट की, और फिर महिला को जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपियों ने उसे कार में बिठाकर पूरे शहर में घुमाया। इस मामले में कुल 19 लोग गिरफ्तार हुए थे, जिनमें से 12 को पहले ही जमानत मिल चुकी थी।
हावेरी सत्र न्यायालय ने हाल ही में सात मुख्य आरोपियों—आफताब चंदनकट्टी, मदार साब मंडक्की, समीवुल्ला लालनवर, मोहम्मद सादिक अगासिमानी, शोएब मुल्ला, तौसीफ चोटी, और रियाज साविकेरी—को जमानत दे दी। बताया जाता है कि पीड़िता कोर्ट में अपनी गवाही से मुकर गई या उसे पर्याप्त रूप से बरकरार रखने में विफल रही, जिसके कारण अभियोजन पक्ष कमजोर पड़ गया और आरोपियों को जमानत मिल गई।

विजय जुलूस और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन
जमानत मिलने के बाद आरोपियों ने हावेरी उप-जेल से शुरू होने वाला एक जुलूस निकाला, जिसमें पांच वाहनों और 20 से अधिक समर्थकों का काफिला शामिल था। वायरल वीडियो में आरोपी लग्जरी कारों और बाइकों पर नारेबाजी करते, तेज म्यूजिक पर नाचते, और विजय चिह्न दिखाते नजर आए। इस दौरान उन्होंने ओवरस्पीडिंग, गलत पार्किंग, और सड़क पर हुड़दंग जैसे ट्रैफिक नियमों का खुला उल्लंघन किया।
हावेरी पुलिस ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए गैरकानूनी जमावड़ा और लापरवाही से वाहन चलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस अधीक्षक अंशु कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ ‘राउडी शीट’ खोलने और उनकी जमानत रद्द करने के लिए कोर्ट में अपील की जाएगी।
जनआक्रोश और प्रतिक्रियाएं
इस जुलूस ने न केवल पीड़िता की भावनाओं को आहत किया, बल्कि कर्नाटक में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं, खासकर महिला अधिकार कार्यकर्ता और कानून विशेषज्ञ। कई यूजर्स ने इसे “न्याय प्रणाली की विफलता” करार दिया और कठोर कार्रवाई की मांग की।
कानूनी स्थिति
पुलिस ने वायरल वीडियो की जांच शुरू कर दी है और यह देख रही है कि जुलूस के दौरान कानून-व्यवस्था का उल्लंघन हुआ या नहीं। इस मामले ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, और कई लोग इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं।
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निष्कर्ष
हावेरी गैंगरेप मामले में आरोपियों का विजय जुलूस और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन न केवल एक शर्मनाक घटना है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय प्रणाली की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और कोर्ट में जमानत रद्द करने की अपील इस मामले में आगे की दिशा तय करेगी।