श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में विशेष आरती और प्रार्थनाओं के साथ श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
Published on: July 23, 2025
By: BTNI
Location: Ujjain, India
मध्य प्रदेश के पवित्र नगरी उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में आज श्रावण शिवरात्रि का पर्व पूरे भक्ति-भाव के साथ मनाया जा रहा है। इस खास अवसर पर मंदिर में विशेष आरती और प्रार्थनाओं का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। भगवान महाकाल के दर्शन के लिए सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, और हर तरफ “हर हर महादेव” के जयघोष से वातावरण गूंज उठा।
भक्ति में डूबा महाकाल का दरबार
श्रावण शिवरात्रि के पावन मौके पर मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगी रोशनी से खूबसूरती से सजाया गया। सुबह की भस्म आरती में भक्तों ने भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की, जिसमें पंचामृत स्नान और बेलपत्रों से शिवलिंग का श्रृंगार किया गया। मंदिर के पुजारियों ने बताया कि श्रावण मास में शिवरात्रि का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दौरान भगवान शिव की कृपा भक्तों पर बरसती है।
श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर
उज्जैन के स्थानीय निवासियों के साथ-साथ देश के कोने-कोने से आए भक्तों ने इस पवित्र दिन पर महाकाल के दर्शन किए। एक भक्त, रमेश पांडे ने भावुक होकर कहा, “महाकाल के दर्शन से मन को सुकून मिलता है। श्रावण शिवरात्रि पर यहाँ का माहौल देखते ही बनता है।” मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएँ कीं, जिसमें सुरक्षा, जलपान और दर्शन के लिए सुगम लाइन की व्यवस्था शामिल थी।
श्रावण शिवरात्रि का महत्व
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, श्रावण मास में पड़ने वाली शिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त करने का अवसर होती है। इस दिन व्रत, पूजा और दान-पुण्य करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त होती है। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित श्याम शर्मा ने बताया, “श्रावण शिवरात्रि पर महाकाल की पूजा से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और उनकी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।”
उज्जैन की आध्यात्मिक चमक
श्री महाकालेश्वर मंदिर, जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। श्रावण शिवरात्रि के इस अवसर पर उज्जैन की यह पवित्र भूमि एक बार फिर भक्ति और आस्था का केंद्र बन गई। मंदिर परिसर में भजनों और मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालु भगवान शिव की भक्ति में लीन नजर आए।
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