Published on: April 28, 2025
By: [BTI]
Location: Mohla, India
अक्षय तृतीया जैसे पारंपरिक पर्व के अवसर पर बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति पर प्रभावी नियंत्रण हेतु प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। जिले की कानून व्यवस्था, बाल विवाह की रोकथाम, और अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई को लेकर आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति एवं पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह ने अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में विशेष रूप से 30 अप्रैल को पड़ने वाली अक्षय तृतीया के दिन बाल विवाह की आशंकाओं को देखते हुए पुलिस बल और राजस्व अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। मुख्यमंत्री के बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान को साकार रूप देने के लिए जिले में सामुदायिक सहयोग से विशेष निगरानी और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने बताया कि गांवों में अक्षय तृतीया पर पारंपरिक विवाह कार्यक्रमों की आड़ में बाल विवाह की घटनाएं सामने आती हैं, जिसे रोकना प्रशासन की प्राथमिकता है। इस उद्देश्य से विशेष निगरानी टीमों का गठन किया गया है जो ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सतत निगरानी रखेंगी।
बैठक में सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त आवेदन पत्रों की समीक्षा करते हुए उनके शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए गए। साथ ही बिना अनुमति बोर खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाते हुए उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही गई।
इसके अलावा अवैध ईंट भट्टों के संचालन, अवैध शराब बिक्री, और महाराष्ट्र से आयातित शराब के कारोबार पर सख्त कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों — जैसे GAD कॉलोनी, आत्मानंद स्कूल, छुरिया मंदिर परिसर व प्रमुख चौक-चौराहों में शाम के समय असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सघन अभियान चलाने के निर्देश जारी हुए।
राजस्व और पुलिस विभाग को जिले में संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने, और शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने हेतु नियमित समन्वय में कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री विजेन्द्र सिंह पाटले, जिला पंचायत CEO सुश्री भारती चंद्राकर, एसडीएम मोहला श्री हेमेन्द्र भुआर्य, एसडीएम मानपुर श्री अमित नाथ योगी सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
FAQ:
प्र. 1: इस बैठक का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में अक्षय तृतीया के अवसर पर संभावित बाल विवाह की घटनाओं की रोकथाम और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रणनीति बनाना था।
प्र. 2: बैठक की अध्यक्षता किसने की?
उत्तर: बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति और पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह ने संयुक्त रूप से की।
प्र. 3: अक्षय तृतीया पर बाल विवाह की आशंका क्यों जताई गई?
उत्तर: अक्षय तृतीया एक शुभ पर्व माना जाता है, इस दिन ग्रामीण क्षेत्रों में बिना मुहूर्त के विवाह कराए जाते हैं। ऐसे में बाल विवाह की घटनाएं सामने आने की संभावना अधिक होती है।
प्र. 4: प्रशासन ने बाल विवाह रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
उत्तर: जिले में विशेष निगरानी टीमें बनाई गई हैं, पुलिस व राजस्व विभाग को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं और सामुदायिक सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
प्र. 5: क्या बैठक में अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई?
उत्तर: हां, बैठक में बिना अनुमति बोर खनन, अवैध ईंट भट्ठों, अवैध शराब बिक्री, और सार्वजनिक स्थलों पर नशाखोरी जैसे मुद्दों पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
प्र. 6: कौन-कौन से अधिकारी बैठक में शामिल हुए?
उत्तर: बैठक में अपर कलेक्टर विजेन्द्र सिंह पाटले, जिला पंचायत CEO भारती चंद्राकर, एसडीएम मोहला हेमेन्द्र भुआर्य, एसडीएम मानपुर अमित नाथ योगी सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।