भारत का गौरव: दीपक वोहरा की वो पाँच मिनट, जो दिलों को छू गईं
Published on: October 28, 2025
By: BTNI
Location: New Delhi, India
सोशल मीडिया की दुनिया में एक वीडियो तूफान की तरह छा गया है। मात्र पाँच मिनट का वो छोटा-सा भाषण, जो रिपब्लिक भारत चैनल के मशहूर कार्यक्रम में अर्नब गोस्वामी के आमंत्रण पर दिया गया, आज लाखों भारतीयों के दिलों में बस चुका है। वो वक्ता कोई सितारा नहीं, कोई राजनेता नहीं—बल्कि एक सेवानिवृत्त राजनयिक, जिन्होंने दुनिया भर में भारत का झंडा बुलंद किया। नाम है—दीपक वोहरा। “मैं भारतीय इसलिए हूँ क्योंकि भारत मुझमें बसता है!”—ये शब्द सुनते ही स्टूडियो में बैठे दर्शक, जो खुद उच्च पदस्थ लोग थे, खड़े होकर तालियाँ बजाने लगे।
और आज, ये वीडियो न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी युवाओं को प्रेरित कर रहा है। कल्पना कीजिए: एक स्टूडियो, जहाँ हवा में राष्ट्रप्रेम की सुगंध घुली हुई है। अर्नब गोस्वामी, अपनी तेज-तर्रार शैली में सवाल पूछते हैं—भारत की वैश्विक भूमिका पर, नई भारत की ताकत पर। सामने बैठे हैं दीपक वोहरा, पूर्व राजदूत, जिन्होंने पोलैंड, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। वोहरा साहब की आँखों में चमक है, आवाज़ में वो गहराई जो सालों की कूटनीति से आती है। “पुराना भारत चला गया,” वो कहते हैं, “आज का भारत दुनिया को चेतावनी देता है—हमसे उलझना मत।
हम शांति के पुत्र हैं, लेकिन अगर जरूरत पड़ी, तो ताकत भी दिखा सकते हैं।” उनके शब्दों में भावुकता है। वो बताते हैं कैसे भारत ने महामारी में दुनिया को दवाइयाँ पहुँचाईं, कैसे हमारी संस्कृति—योग, आयुर्वेद—दुनिया को एकजुट कर रही है। “भारत सिर्फ एक देश नहीं, एक विचार है। हमारी मिट्टी में वसुधैव कुटुम्बकम् बसा है, लेकिन हमारी सेना में वो लोहा भी है जो दुश्मनों को काँपने पर मजबूर कर दे।” स्टूडियो में सन्नाटा छा जाता है, फिर तालियों की गड़गड़ाहट। दर्शक—राजनीतिक नेता, पत्रकार, उद्योगपति—सभी मंत्रमुग्ध।
Also read- https://www.btnewsindia.com/cyber-fraud-gang-busted-khairagarh-police-arrest-eight-accused-from-maharashtra/ https://www.btnewsindia.com/rajnandgaon-bjp-gears-up-for-pm-modis-visit-on-chhattisgarh-state-foundation-day-and-new-assembly-inauguration/
एक दर्शक बाद में कहते हैं, “ये भाषण नहीं, भारत माता का आह्वान था।” ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #DeepakVohra और #IndiaLivesInMe ट्रेंड कर रहा है। युवा छात्र, जो कॉलेजों में बैठे हैं, इसे शेयर कर कह रहे हैं—”ये हमें सिखाता है कि देशभक्ति किताबों में नहीं, दिल में बसती है।” एक मुंबई के इंजीनियरिंग छात्र ने लिखा, “दीपक सर की ये बातें सुनकर लगा, मैं भी राजनयिक बनूँगा। भारत को दुनिया गुरु बनाना है!” विदेशों में भारतीय डायस्पोरा भी इसे सलाम कर रहा। अमेरिका से एक एनआरआई ने कमेंट किया, “यहाँ बैठे-बैठे भारत का जज़्बा महसूस हो गया। जय हिंद!” दीपक वोहरा का सफर खुद एक प्रेरणा है।
1970 के दशक में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए, उन्होंने कठिन दौर देखे—जब भारत को ‘तीसरी दुनिया का देश’ कहा जाता था। लेकिन वोहरा साहब ने कभी हार नहीं मानी। पोलैंड में राजदूत रहते हुए उन्होंने भारत-पोलैंड व्यापार को दोगुना किया। संयुक्त राष्ट्र में उन्होंने भारत की आवाज़ को बुलंद किया। सेवानिवृत्ति के बाद भी, वो किताबें लिखते हैं, व्याख्यान देते हैं। उनकी किताब ‘Why I am a Hindu’ में वो बताते हैं कि कैसे हिंदू दर्शन दुनिया को एकता सिखा सकता है।
आज के युवा पीढ़ी के लिए ये कहानी खास है। जब सोशल मीडिया पर नेगेटिविटी का बोलबाला है, जब छात्र सोचते हैं कि देश बदलना मुश्किल है, तब दीपक वोहरा जैसे लोग याद दिलाते हैं—देशभक्ति एक जुनून है, जो सीमाओं से परे है। एक दिल्ली के स्कूल में, इस वीडियो को दिखाने के बाद छात्रों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। एक टीचर ने कहा, “ये भाषण हमें सिखाता है कि सच्चा देशभक्त वो है जो भारत को न सिर्फ प्यार करे, बल्कि उसकी ताकत को दुनिया तक पहुँचाए।” अर्नब गोस्वामी ने बाद में एक इंटरव्यू में कहा, “दीपक वोहरा ने साबित कर दिया कि सच्ची कूटनीति शब्दों से नहीं, दिल से होती है। ये पाँच मिनट भारत के भविष्य के पाँच साल तय कर सकते हैं।”



