“मोंगरा बैराज से 36,000 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया, जिले में 1753.4 मिमी वर्षा दर्ज”
Published on: July 09, 2025
By: [BTNI]
Location: Rajnandgaon, India
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में मानसून की भारी बारिश ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। जिला कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने तेज बारिश को ध्यान में रखते हुए नागरिकों से नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में न जाने की अपील की है। मोंगरा बैराज सहित अन्य बैराजों से कुल 36,000 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया है, जिससे नदी का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। जिले में अब तक 1753.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से कहीं अधिक है।कलेक्टर डॉ. भुरे ने X पर अपने आधिकारिक हैंडल @RajnandgaonDist
के माध्यम से यह अपील साझा की, जिसमें उन्होंने नागरिकों से सावधानी बरतने और नदी किनारे या निचले इलाकों में जाने से बचने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “तेज बारिश के कारण नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ सकता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी नागरिक तटवर्ती क्षेत्रों से दूर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।” यह अपील जिले में बाढ़ और जलभराव की संभावित स्थिति को देखते हुए की गई है।

मोंगरा बैराज और शिवनाथ नदी की स्थिति
मोंगरा बैराज और अन्य जलाशयों से शिवनाथ नदी में 36,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी का प्रवाह तेज हो गया है। प्रशासन ने इसकी निगरानी के लिए विशेष टीमें तैनात की हैं, जो नदी के जलस्तर और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति पर नजर रख रही हैं। भारी बारिश के कारण राजनांदगांव के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसके लिए जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों की पूरी तैयारी कर ली है।
जिले में बारिश का रिकॉर्ड
मौसम विभाग और जिला प्रशासन के अनुसार, राजनांदगांव में इस मानसून सीजन में अब तक 1753.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। यह आंकड़ा जिले में सामान्य से अधिक बारिश का संकेत देता है। छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता के चलते कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, और राजनांदगांव भी इससे अछूता नहीं है। मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों में और बारिश की संभावना जताई है, जिसके लिए प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
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प्रशासन की तैयारियां और नागरिकों से अपील
जिला प्रशासन ने बाढ़ और जलभराव से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की हैं। कलेक्टर डॉ. भुरे ने नागरिकों से अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने, नदी-नालों के पास न जाने और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी है। इसके अलावा, प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियों की घोषणा की संभावना पर भी विचार शुरू कर दिया है, ताकि बच्चों और युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सोशल मीडिया पर इस अपील को लेकर नागरिकों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। X पर @KisanBharat
ने लिखा, “कलेक्टर साहब का यह कदम सराहनीय है। नागरिकों की सुरक्षा के लिए समय पर चेतावनी और तैयारियां जरूरी हैं।” वहीं, @CGMonsoon
ने टिप्पणी की, “राजनांदगांव में बारिश ने हालात गंभीर किए हैं, लेकिन प्रशासन की सक्रियता से स्थिति नियंत्रण में है।”

छत्तीसगढ़ में मानसून का कहर
छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता ने कई जिलों में जनजीवन को प्रभावित किया है। रायपुर, बिलासपुर, और सरगुजा जैसे जिलों में भी भारी बारिश और ऑरेंज अलर्ट की स्थिति है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि तेज हवाओं और वज्रपात की आशंका के साथ बारिश का दौर जारी रह सकता है। राजनांदगांव में प्रशासन की यह अपील न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक मिसाल है कि समय पर सतर्कता और तैयारी कितनी महत्वपूर्ण है।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि भारी बारिश और बढ़ते जलस्तर के बावजूद नागरिक सुरक्षित रहें। यह अपील और तैयारियां न केवल राजनांदगांव के निवासियों के लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि प्राकृतिक आपदा के समय सतर्कता और सहयोग ही सुरक्षा की कुंजी है|