पाकिस्तान के बार-बार सीजफायर उल्लंघन और भारतीय सैनिकों की शहादत: एक गहरी कहानी
Published on: May 11, 2025
By: BTI
Location: New Delhi, India
आज पाकिस्तान ने एक बार फिर से सीजफायर का उल्लंघन किया है। भारत पाकिस्तान के सम्बन्ध विभाजन के बाद से ही कभी भी अच्छे नहीं रहे। पाकिस्तान हमेशा से ही भारत पर हमला करता आया है कभी गोलीबारियो से तो कभी सीमा पर तनाव बना कर। यह कहना या मानना गलत नहीं होगा कि आज भारत का हर बच्चा भी पाकिस्तान को एक बुरे देश के रूप में मानता है या देखता है। भारत पाकिस्तान के मैच में स्टेडियम की भीड़ दोनों देशों के संबंधों को समझने के लिए बहुत बड़ा उदाहरण है।
पहला हमला तो पाकिस्तान ने जन्म लेते ही कर दिया था। पाकिस्तान बनने के बाद काश्मीर के महाराजा हरिसिंह ने अपनी रियासत का काश्मीर में विलय का निर्णय लिया था लेकिन इसी बीच पाक ने काश्मीर पर हमला किया। इसके जवाब में भारत ने अपनी सेना लगाई जिसने पाक को धुल चटाईसालेकिन बद्किस्मती से तत्कालीन पीएम नेहरु जी ने युद्ध विराम कर दिया ,और मामले को संयुक्त राष्ट्र संघ ले गए और नतीजा यह हुआ कि हम मैंदान में तो युद्ध जीत गए लेकिन टेबला पर हार गए तथा आज हमारा आधा काश्मीर पीओके के नाम पर पाक में है।
पाकिस्तान ने ना जाने कितने आतंकियों को अपने देश में पनाह दे रखी है। उन आतंकियों ने भारत पर कई बड़े हमले किए है और भारत ने उनका जवाब दिए पर इनमें हमने न जाने कितने सैनिकों को खोया है।
आज भी जब भारत पाकिस्तान के बीच समझौता हुआ तब इस बात को सच माना जाए या झूठ समझ नहीं आ रहा था और समझौते के 1 घंटे बाद ही पाकिस्तान ने बता दिया की वो अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आएगा और उसने भारत पर हमला कर दिया हालांकि भारत हमले के लिए पूरी तरह से तैयार था। भारत के नागरिकों को अपनी सैन्य सेना पर पूरा भरोसा है, लेकिन पाकिस्तान ने अपनी हरकतों एक बार फिर बया किया है कि वो किसी भी तरह के समझौते के लायक नहीं है यह पाकिस्तान ने पहली बार नहीं किया है आज इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको आजादी के बाद से पाकिस्तान के द्वारा किए गए हमलों को विस्तार रूप में बताते है-
आज़ादी के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते: युद्धों और संघर्ष विराम उल्लंघनों की पूरी कहानी
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं। 1947 में विभाजन के बाद से अब तक दोनों देशों के बीच चार बड़े युद्ध और हजारों बार संघर्ष विराम (सीज़फायर) का उल्लंघन हो चुका है। आइए जानते हैं कब-कब दोनों देशों के बीच जंग हुई और पाकिस्तान ने कितनी बार सीज़फायर की मर्यादा तोड़ी।
- 1947-48: पहला कश्मीर युद्ध

आज़ादी के तुरंत बाद अक्टूबर 1947 में जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के फैसले से पाकिस्तान नाराज़ हुआ। पाकिस्तान समर्थित कबायली लड़ाकों ने कश्मीर में घुसपैठ की, जिससे पहला भारत-पाक युद्ध शुरू हुआ। युद्ध जनवरी 1949 में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से समाप्त हुआ, लेकिन इसका परिणाम यह रहा कि कश्मीर दो हिस्सों में बंट गया — एक हिस्सा भारत के पास और दूसरा पाकिस्तान के पास (PoK)।
- 1965: दूसरा कश्मीर युद्ध

पाकिस्तान ने ऑपरेशन जिब्राल्टर के तहत कश्मीर में घुसपैठ की योजना बनाई, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। यह युद्ध अगस्त से सितंबर 1965 तक चला और दोनों देशों को भारी नुकसान हुआ। अंततः ताशकंद समझौता हुआ, जिसमें युद्ध विराम का निर्णय लिया गया।
- 1971: बांग्लादेश मुक्ति संग्राम

यह युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच सबसे निर्णायक साबित हुआ। पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) में उत्पीड़न के चलते लाखों शरणार्थी भारत आए। दिसंबर 1971 में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया, जो सिर्फ 13 दिन चला और इसमें पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया। इसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ।
- 1999: कारगिल युद्ध

पाकिस्तान ने कारगिल सेक्टर की ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था, जिसे भारतीय सेना ने जून-जुलाई 1999 में चलाए गए ऑपरेशन विजय के तहत मुक्त कराया। यह युद्ध भी पाकिस्तान की गुप्त सैन्य कार्रवाई का परिणाम था और अंतरराष्ट्रीय दबाव में पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा।
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पाकिस्तान के सीज़फायर उल्लंघन का इतिहास
2003 में भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर औपचारिक संघर्ष विराम समझौता किया था। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की ओर से बार-बार उल्लंघन जारी रहा। आंकड़ों के अनुसार:
2017 में पाकिस्तान ने 860 बार सीज़फायर तोड़ा।
2018 में यह संख्या 2,936 तक पहुंच गई।
2019 में 3,479 बार उल्लंघन हुआ।
2020 में रिकॉर्ड 5,133 बार सीज़फायर का उल्लंघन हुआ।
फरवरी 2021 में दोनों देशों ने एक बार फिर संघर्ष विराम बहाली का ऐलान किया, जिसके बाद कुछ समय के लिए हालात शांत हुए। फिर भी 2003 से अब तक पाकिस्तान ने कुल मिलाकर 20,000 से ज्यादा बार सीज़फायर का उल्लंघन किया है।
2016 से अब तक, भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार तनाव और टकराव की स्थिति उत्पन्न हुई है, जिनमें आतंकवादी हमले, सीमा पर गोलीबारी, और सैन्य कार्रवाई शामिल हैं। नीचे प्रमुख घटनाओं और दोनों देशों की प्रतिक्रियाओं का सारांश प्रस्तुत है:
🇵🇰 पाकिस्तान द्वारा भारत पर प्रमुख हमले (2017–2025)
1.उरी हमला (Uri Attack)
तारीख: 18 सितंबर 2016
स्थान: उरी सेक्टर, जम्मू और कश्मीर
विवरण: आतंकवादियों ने तड़के भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हमला किया।
हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हुए और दर्जनों घायल हुए।
हमलावर चारों आतंकी मारे गए, और जांच में पता चला कि वे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे।
भारत की प्रतिक्रिया: सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike)
तारीख: 28-29 सितंबर 2016
विवरण: उरी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की।
भारत ने दावा किया कि इस ऑपरेशन में कई आतंकवादी और उनके हैंडलर मारे गए।
यह पहली बार था जब भारत ने सार्वजनिक रूप से सीमा पार कर सैन्य कार्रवाई की पुष्टि की।
- 2019 पुलवामा हमला
तारीख: 14 फरवरी 2019
विवरण: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
- 2025 पहलगाम हमला
तारीख: 22 अप्रैल 2025
विवरण: कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 भारतीय पर्यटकों की हत्या कर दी। हमलावरों ने पुरुषों को पहचानकर उन्हें गोली मारी। इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ का नाम सामने आया।
🇮🇳 भारत की प्रतिक्रियाएं और जवाबी कार्रवाइयाँ
- बालाकोट एयरस्ट्राइक (2019)
तारीख: 26 फरवरी 2019
विवरण: पुलवामा हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर हवाई हमला किया। भारत ने दावा किया कि इस कार्रवाई में कई आतंकवादी मारे गए।
- ऑपरेशन सिंदूर (2025)
तारीख: मई 2025
विवरण: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मिसाइल और ड्रोन हमले किए। इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकानों को निशाना बनाया गया।
🔄 हालिया तनाव और संघर्ष विराम
अप्रैल 2025 में पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हवाई हमलों और सीमा पार गोलीबारी के आरोप लगाए। अमेरिका, सऊदी अरब और तुर्की की मध्यस्थता से मई 2025 में एक तत्काल संघर्ष विराम पर सहमति बनी।
2016 से 2025 के बीच, पाकिस्तान द्वारा भारत पर दो बड़े आतंकवादी हमले हुए: पुलवामा (2019) और पहलगाम (2025)। इन हमलों के जवाब में भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर जैसी सैन्य कार्रवाइयाँ कीं। हालांकि, दोनों देशों ने संघर्ष विराम की घोषणाएं की हैं, लेकिन सीमा पर तनाव और आतंकवादी गतिविधियाँ अभी भी चिंता का विषय बनी हुई हैं।
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव का सबसे बड़ा कारण कश्मीर मुद्दा रहा है। चार युद्धों और हजारों संघर्ष विराम उल्लंघनों के बावजूद दोनों देशों के बीच शांति बहाली की कोशिशें होती रही हैं। लेकिन हर बार सीमा पर गोलीबारी और आतंकवाद ने इन कोशिशों को कमजोर कर दिया है। अब देखना यह है कि भविष्य में दोनों देश अमन का रास्ता अपना पाते हैं या नहीं।