Thursday, June 19, 2025
34.1 C
New Delhi

Tag: शिक्षक प्रशिक्षण

छत्तीसगढ़ में चार बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द, NCTE की सख्त कार्रवाई

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने छत्तीसगढ़ के चार बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है। यह कार्रवाई शिक्षण संस्थानों द्वारा शैक्षणिक मानकों का पालन न करने, वार्षिक परफॉर्मेंस रिपोर्ट न देने और नोटिस का जवाब न देने के चलते की गई। इस फैसले से राज्य में बीएड, डीएलएड और बीएससी बीएड कोर्स की 250 सीटें कम हो जाएंगी। NCTE ने वर्तमान छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था का आश्वासन दिया है।

2224 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द: NCTE की कार्रवाई में सामने आया फर्जीवाड़ा

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने देशभर के 2224 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है। यह कार्रवाई संस्थानों में व्यापक फर्जीवाड़े और शैक्षणिक मानकों के उल्लंघन के चलते की गई है। फर्जी डिग्री, बिना कक्षाओं के संचालन और छात्रों से अवैध फीस वसूली जैसे गंभीर आरोपों के बीच यह कदम शिक्षक शिक्षा में सुधार की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में बीएड कॉलेज बंद होने की कगार पर

छत्तीसगढ़ में शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों पर संकट गहराता जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत दो वर्षीय बीएड और डीएलएड कोर्स को समाप्त करने की योजना ने राज्य के सैकड़ों निजी कॉलेजों और हजारों छात्रों को असमंजस में डाल दिया है। अब केवल चार वर्षीय एकीकृत कोर्स को ही मान्यता मिलेगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता तो बढ़ेगी लेकिन बेरोजगारी और संस्थागत बंदी की आशंकाएँ भी गहराई हैं।

1 वर्षीय बीएड कोर्स में LLB ग्रेजुएट्स को शामिल करने की मांग

देशभर के लाखों लॉ ग्रेजुएट्स ने 1 वर्षीय बीएड कोर्स में पात्रता की मांग उठाई है, जिसमें उन्होंने NEP 2020 की समावेशी शिक्षा की भावना का हवाला देते हुए कहा है कि छह वर्षों की उच्च शिक्षा के बावजूद उन्हें बाहर रखना अन्यायपूर्ण है। विशेषज्ञों और अभ्यर्थियों का मानना है कि LLB डिग्री धारकों को इस कोर्स में शामिल करना समय, संसाधन और प्रतिभा के न्यायसंगत उपयोग की दिशा में एक जरूरी कदम होगा।

बीएड कोर्स बंद, अब शिक्षक बनने के लिए करना होगा नया ITEP कोर्स, जानिए पूरी डिटेल

नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बीएड कोर्स को बंद कर दिया गया है और उसकी जगह नया इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) शुरू किया गया है। यह कोर्स 12वीं के बाद 4 साल का और स्नातक के बाद 1 साल का होगा, जिससे शिक्षक बनने के लिए नई दिशा मिलेगी।