Published on: May 03, 2025
By: BTI
Location: Muzaffarnagar, India
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को शनिवार को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा जब वे एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने अपने गृह जनपद मुज़फ्फरनगर पहुंचे। कुछ नाराज किसानों और स्थानीय युवाओं ने उन्हें “किसानों के साथ धोखा” देने का आरोप लगाते हुए काले झंडे दिखाए और जमकर नारेबाजी की।
विरोध प्रदर्शन तब शुरू हुआ जब टिकैत का काफिला शहर के प्रवेश द्वार पर पहुंचा। पहले से मौजूद प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोककर ‘राकेश टिकैत वापस जाओ’ और ‘किसान विरोधी नेता मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाए। सुरक्षा के मद्देनज़र स्थानीय पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया और टिकैत को कार्यक्रम स्थल तक सुरक्षित पहुंचाया गया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों की एकजुटता और भरोसे को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया और अब वो सत्ताधारी दलों के साथ नरम रुख अपना रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमने टिकैत जी को किसान नेता माना, लेकिन अब उनकी बातों और उनके रुख में अंतर साफ दिखता है।”
वहीं, टिकैत समर्थकों ने इस विरोध को “राजनीतिक साजिश” बताया है। एक समर्थक ने कहा, “कुछ लोग किसान आंदोलन की सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं और टिकैत जी की लोकप्रियता से घबरा गए हैं। यह विरोध प्रायोजित है।”
राकेश टिकैत ने कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए कहा, “विरोध लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन जो किसान आंदोलन में शामिल रहे हैं, वे सच्चाई जानते हैं। कुछ लोग आंदोलन की दिशा को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।”
प्रशासन ने बताया कि विरोध शांतिपूर्ण था और स्थिति को तुरंत नियंत्रण में ले लिया गया। हालांकि, इस घटनाक्रम ने साफ कर दिया है कि किसान आंदोलन के बाद भी टिकैत की छवि को लेकर मतभेद गहराते जा रहे हैं।