Wednesday, August 13, 2025
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Tag: पर्यावरण संरक्षण

राजस्थान में इंसानियत और जानवरों के बीच अनोखा बंधन, थके हुए तेंदुए को मिला ग्रामीणों का सहारा

राजस्थान के एक गांव में करुणा और समझदारी का अद्भुत उदाहरण सामने आया जब ग्रामीणों ने गांव में भटके एक थके हुए तेंदुए को न केवल शांति से संभाला, बल्कि उसे पानी और आराम की व्यवस्था भी दी। किसी भी आक्रामकता के बिना, उन्होंने वन विभाग को सूचना दी और तेंदुए को सुरक्षित जंगल में वापस भिजवाया। यह घटना इंसान और वन्यजीवों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की प्रेरणादायक मिसाल बन गई है।

बाघ: मध्यप्रदेश की शान और पहचान, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गर्व के साथ की घोषणा

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बाघ को राज्य की "शान और पहचान" बताते हुए बाघ संरक्षण में राज्य की उपलब्धियों को उजागर किया। कन्हा, बांधवगढ़, पेंच और पन्ना जैसे अभयारण्यों में बाघों की संख्या में वृद्धि और पन्ना टाइगर रिजर्व में पुनर्जनन जैसे प्रयासों ने मध्यप्रदेश को 'टाइगर स्टेट' के रूप में स्थापित किया है।

अन्नदाता से ऊर्जादाता की ओर, उत्तर प्रदेश में 32 लाख किसानों को मिलेंगे सोलर पंप

प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे वे सिंचाई के साथ-साथ अतिरिक्त बिजली उत्पादन कर आय भी अर्जित कर सकेंगे। दोनों राज्यों में मिलकर 2000 मेगावाट का सोलर पार्क स्थापित किया जाएगा, जिससे हर छह महीने पर बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। यह योजना किसानों को ‘अन्नदाता’ से ‘ऊर्जादाता’ बनाने की दिशा में एक बड़ा परिवर्तन साबित हो रही है।

जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने बघेरा में किया फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण

राजनांदगांव जिले की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री सुरूचि सिंह ने ग्राम बघेरा में नवनिर्मित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में भागीदारी के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया। यह पहल स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जिले में ठोस व तरल कचरा प्रबंधन और खुले में शौचमुक्त स्थिति को बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम है। सुश्री सिंह की सहभागिता ग्रामीण स्वच्छता में सामुदायिक भागीदारी को मजबूती देती है।

कलेक्टर डॉ. सर्वेश भूरे ने ग्रामीण विकास को दी नई दिशा, अंजोरा और सुकुलदैहान में लिया योजनाओं का जायजा

दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश भूरे ने ग्राम अंजोरा और सुकुलदैहान का दौरा कर ग्रामीण विकास कार्यों और स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों का निरीक्षण किया। उन्होंने वृंदावन ग्राम में आम का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और महिलाओं को सरकारी योजनाओं के अधिक लाभ दिलाने का आश्वासन भी दिया। यह दौरा प्रशासनिक सक्रियता और जनसंपर्क की मिसाल बनकर उभरा।

सूखे बांध को देख पेंशनरों का मन हुआ व्यथित

मोंगरा बैराज के सूखे दृश्य ने छत्तीसगढ़ के पेंशनरों को पर्यावरण संरक्षण की गंभीरता का एहसास दिलाया। भ्रमण के दौरान उन्होंने जल संरक्षण और वृक्षारोपण का संकल्प लेते हुए पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को दोहराया। यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सकारात्मक संदेश और प्रेरणा है कि समाज का हर वर्ग प्रकृति के संरक्षण में भागीदार बन सकता है।

पर्यावरण एवं प्रकृति के रक्षार्थ राज्यपाल श्री रमन डेका का प्रभावी उद्बोधन

राज्यपाल श्री रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में राजभवन रायपुर में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ का राज्य स्तरीय अलंकरण समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ स्काउटर, गाइडर, रोवर, रेंजर एवं स्काउट-गाइड को राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन की चुनौती और युवा जागरूकता पर प्रभावशाली उद्बोधन दिया। इस गरिमामयी समारोह में राजनांदगांव जिले के 123 स्काउट-गाइड प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया।

कैलाश विजयवर्गीय: समर्पण, संकल्प और सेवा का 50 सालों का अद्भुत सफर

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और इंदौर के गौरव, कैलाश विजयवर्गीय का नाम आज भारत ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जाना जाता है। अपने 50 वर्षों के राजनीतिक जीवन में उन्होंने जो अमिट छाप छोड़ी है, वह प्रेरणा का स्रोत है। उनके जन्मदिन के अवसर पर आइए उनके जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों पर नजर डालते हैं।

बेंगलुरु में पहली बार हुई ‘साइलेंट मैराथन’, हजारों लोग बिना शोर के दौड़े

बेंगलुरु ने देश की पहली 'साइलेंट मैराथन' का आयोजन कर शोर प्रदूषण के खिलाफ अनोखी पहल की, जिसमें करीब 10,000 प्रतिभागियों ने बिना किसी डीजे या नारेबाजी के शांतिपूर्वक दौड़ लगाई। इस नवाचार का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और ध्वनि प्रदूषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।