जशपुर जिले की आदिवासी महिलाओं द्वारा संचालित ‘जशप्योर’ ब्रांड को अब वैश्विक पहचान मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में इसके ट्रेडमार्क का उद्योग विभाग को हस्तांतरण किया गया है, जिससे यह ब्रांड राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती से कदम रखेगा। प्राकृतिक वनोपज और पारंपरिक अनाज से बने उत्पादों के जरिए यह पहल न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को भी वैश्विक मंच पर पहुंचा रही है।
दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज – चिनाब ब्रिज – के निर्माण में प्रोफेसर जी. माधवी लता का योगदान अतुलनीय रहा है। बेंगलुरु की IISc में प्रोफेसर और प्रसिद्ध जियोटेक्निकल इंजीनियर माधवी लता ने दुर्गम और भूकंप-संभावित क्षेत्र में इस मेगा स्ट्रक्चर की नींव को संभव बनाया। उनका वैज्ञानिक दृष्टिकोण, तकनीकी विशेषज्ञता और 17 वर्षों की लगन, इस परियोजना को ऐतिहासिक सफलता तक पहुंचाने में निर्णायक रही। यह कहानी नारी शक्ति, विज्ञान और संकल्प की अनोखी मिसाल है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर देशभर में महिलाओं की उपलब्धियों और योगदान का जश्न मनाया गया। यह दिन सिर्फ सम्मान का नहीं, बल्कि नारी शक्ति के प्रति समाज की सोच में बदलाव का प्रतीक भी बनता जा रहा है।
An article by Munawwar Khurshid, Inspector General, RPF, SECR, Bilaspur (Chhattisgarh) on the occasion of International Women's Day
IntroductionInternational Women's...